चर्चाएं खास हो

चर्चाएं खास हो तो किस्से भी ज़रूर होते है…. उंगलियां भी उन्ही पर उठती है जो मशहूर होते है…

नज़रो से दूर हो

नज़रो से दूर हो कर भी यूँ तेरा रुबारु रहना, किसी के पास रहने का सलीका हो तो, तुम सा हो…

कुछ इस तरह से

कुछ इस तरह से लिपटी थी फूल से तितली पता चल ही न सका.. किसे कौन ज्यादा प्यार करता है|

बस दिलों को

बस दिलों को जीतना ही मकसद रखना दोस्तों, वरना दुनिया जीतकर तो सिकंदर भी खाली हाथ ही गया…..

खुद को भी

खुद को भी कभी महसूस कर लिया करो यारों कुछ रौनकें खुद से भी हुआ करती हैं.!!

सुकून और इश्क

सुकून और इश्क वो भी दोनों एक साथ !! रहने दो जी, कोई अक्ल की बात करो ।।

भूल न जाऊं

भूल न जाऊं माँगना उसे हर नमाज़ के बाद, यही सोच कर हमने नाम उसका दुआ रक्खा है।

लौट आती है

लौट आती है हर बार मेरी दुआ खाली, जाने कितनी ऊँचाई पर खुदा रहता है।

सुकून मिलता है

सुकून मिलता है दो लफ्ज कागज पर उतारकर कह भी देता हूँ और आवाज भी नही होती|

तुम जो ये ख्वाब

तुम जो ये ख्वाब साथ लिए सोते हो,यही तो इश्क़ है|

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