हमें गुजारने को ज़िन्दगी थी बस एक बहाने कि जरुरत, रास्ते में लोग गम देते गये और हमारी बसर होती गयी.
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मन मुताबिक़ नही चल रही
अभी हवा मन मुताबिक़ नही चल रही सच का क्या है, सहूलियत से कह देंगे…
सिर्फ तेरी यादे है
हमारे पास तो सिर्फ तेरी यादे है, जिंदगी तो उसे मुबारक हो, जिसके पास तू है ….
जाने कैसे उसने भुला दिये
जाने कैसे उसने भुला दिये वो पल., जिनको अपनी ज़िन्दगी कहा करता था वो….
सुलझा रही हूँ
सुलझा रही हूँ एक एक करके सारी उलझनें, जाने क्या होगा जब इश्क से सामना होगा ..!!!
तुझे भुलाने को
तुझे भुलाने को एक पल चाहिए.. वो पल जिसे मौत कहते हैं लोग….
धड़कनों को थाम कर
धड़कनों को थाम कर रखना.. क्यूकि अगर हम पास आ गये, तो तुम खुद को भुला दोगे…!!
एक ही समानता है
एक ही समानता है पतंग औऱ जिंदगी में.. ऊँचाई में हो तब तक ही वाह-वाह होती है.
अब क्या मुकाम आता है
देखते हैं अब क्या मुकाम आता है हुज़ूर, सूखे पत्ते को इश्क़ हुआ है बहती हवा से..
तेरे पास जो हैं
तेरे पास जो हैं उसकी क़द्र कर औऱ सब्र कर दीवाने, यहाँ तो आसमां के पास भी, खुद की जमीं नहीं हैं…..