सच्चे इश्क में

सच्चे इश्क में अल्फाज़ से ज्यादा, एहसास की एहमियत होती है।।

ख्वाब सिर्फ देखना नहीं

ख्वाब सिर्फ देखना नहीं सच भी करना है, तुम पर सिर्फ मरना ही नहीं तुम्हे अपना करना है।।

इश्क के तोहफे

इश्क के तोहफे तुम क्या जानो सनम, तुमने तो इश्क भी ऐसे किया जैसे ख़रीदा हो।।

तुमने कभी समझा ही नहीं

तुमने कभी समझा ही नहीं ना समझना चाहा, हम चाहते ही क्या थे तुमसे तुम्हारे सिवा।।

‬तुझको खबर नहीं

तुझको खबर नहीं मगर एक बात सुन ले, बर्बाद कर दिया तेरे कुछ दिनों के प्यार ने।।

तेरा साथ छूटा है

तेरा साथ छूटा है सम्भलने में वक्त तो लगेगा, हर चीज़ इश्क़ तो नहीं की इक पल में हो जाए।।

मेरी मोहब्बत में

मेरी मोहब्बत में न थी वो आग जो तुझे जला सके, और तेरी मोहब्बत में मैं इतना जला की लोग मेरी राख भी ना उठा सके।।

चल तुझे दिखा दू

चल तुझे दिखा दू अपने दिल की वीरान गलिया, शायद तुझे तरस आ जाए मेरी उदास जिंदगी पर।।

कितना खुशनुमा होगा

कितना खुशनुमा होगा वो मेरी मौत का मंजर भी, जब ठुकराने वाले मुझे फिर से पाने के लिये आंसू बहायेंगे !!

होती है मुझ पर

होती है मुझ पर रोज़ तेरी रहमतों के रंगों की बारिश… मैं कैसे कह दूँ…? होली साल में एक बार आती है…?

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