जब पता चलेगा

टूट जायेगी तुम्हारी ज़िद की आदत उस दिन, जब पता चलेगा की याद करने वाला अब‪ ‎याद बन गया

तुम वादा करो

तुम वादा करो आखरी दीदार करनेआओगे, हम मौत को भी इंतजार करवाएँगे तेरी ख़ातिर

हँसने की आदत

हँसने की आदत से मशहुर हुआ करते थे कभी हम भी इस जँहा मे,,, .खुदा सलामत रखै उनको जिस शख्स ने हमे रोना सिखा दिया

दिल के कातिल निकले

मरने के नाम से जो रखते थे होंठो पर उंगलियाँ .अफसोस वहीं मेरे दिल के कातिल निकले

हमने खुशियोँ की तिजोरी

हमने खुशियोँ की तिजोरी उनके हवाले की थी, लेकिन कमबख्त को मेरी हंसी ही चुरानी थी|

हर रोज़ नयी सी

न तेरी अदा समझ में आती है ना आदत… तू हर रोज़ नयी सी ,1 मैं हर रोज़ वही उलझा सा. .

खारिज़ कर दो

या तो खरीद लो या खारिज़ कर दो …..ये सहूलियत के हिसाब से किराये पर मत लिया करो मुझे..

लोग बहुत अच्छे होते हैं

लोग बहुत अच्छे होते हैं…, अगर हमारा वक्त अच्छा हो तो…

चांद कहिए न

उनकी नजाकत देखिए , चांद सा जब कहा तो कहने लगे चांद कहिए न , ये चांद सा क्या है !!

एक जान के लिए

जान बचा के रखी है एक जान के लिए, ना जाने इतना प्यार कहा से आया एक अनजान के लिए..!!

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