शायर तो कह रहा था

शायर तो कह रहा था कि हमने कहा है शेर और शेर कह रहा था चुराए हुए हैं हम….

तेरे गुरूर को देखकर

तेरे गुरूर को देखकर तेरी तमन्ना ही छोड़ दी हमने, जरा हम भी तो देखे कौन चाहता है तुम्हे हमारी तरह…!!

हम रोने पे आ जाएँ

हम रोने पे आ जाएँ तो दरिया ही बहा दें, शबनम की तरह से हमें रोना नहीं आता…

मुक्कम्मल ज़िन्दगी तो है

मुक्कम्मल ज़िन्दगी तो है, मगर पूरी से कुछ कम है।

आँख पर शीशा लगाया है

आँख पर शीशा लगाया है कि महफ़ूज़ रहे….. तेरी तस्वीर जो पानी में बनाई हुई है…..!!!

मैं ख्वाहिश बन जाऊँ

मैं ख्वाहिश बन जाऊँ और तू रूह की तलब बस यूँ ही जी लेंगे दोनों मोहब्बत बनकर.

कल फिर जो तुमको

कल फिर जो तुमको देखा दीवार की ओंट से ज़िन्दगी फिर मुस्कुरा उठी नजरों की चोट से

रंग उन अनकही बातो का

रंग उन अनकही बातो का आज भी हरा है जाने कितने पतझड बीत गये….

ध्यान तेरे ध्यान में

मुझको ये ध्यान तेरे ध्यान में रह कर आया के तेरा ध्यान मेरा ध्यान बंटाने में है

ताल्लुक़ात की दो बूँद

ताल्लुक़ात की दो बूँद, रिश्तों को पोलियो से बचाता है !!

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