दिल रोता है चेहरा हँसता रहता है कैसा कैसा फ़र्ज़ निभाना होता है..
Tag: प्यार शायरी
उसे भरम है
उसे भरम है अभी के वो नादान जीतेगा। जो सच्चा होगा वही मेरी जान जीतेगा । तू डरता क्यूँ है इन झूठ के सौदागरों से । जंग जब भी होगी दावा है ईमान जीतेगा।।
हम मरेगें भी तो
हम मरेगें भी तो उस अंदाज से, जिस अंदाज में लोग जीने को भी तरसते है।
कहाँ सब को आता है
मौत तो सब को आती है, जीना कहाँ सब को आता है ?
लम्हा सा बना दे
लम्हा सा बना दे मुझे.. रहूँ गुज़र के भी साथ तेरे…..!!
नसीब में नही होता
जिनका मिलना नसीब में नही होता। उनसे मुलाक़ात कमाल की होती है।
दौलत की दीवार में
दौलत की दीवार में तब्दील रिश्ते कर दिये, देखते ही देखते भाई मेरा पडोसी हो गया।
अब गिला क्या करना ..
अब गिला क्या करना ..उनकी बेरुखी का .. दिल ही तो था भर गया होगा …
और थोड़ा सा
और थोड़ा सा बिखर जाऊँ ..यही ठानी है….!!! ज़िंदगी…!!! मैं ने अभी हार कहाँ मानी है….
वों आजाद जुल्फें
वों आजाद जुल्फें छू रहीं उनके लबों को… और हम खफा हो बैठे हवाओं से..