लकीरे है तो रहने दो किसी ने रूठ कर गुस्से में शायद खीच दी थी, इन्ही को अब बनायो पाला और आयो कबड़ी खेलते है,
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उनकी ही बज्म सही पै कहाँ का है दस्तूर
उनकी ही बज्म सही पै कहाँ का है दस्तूर.. इधर को देखना, देना उधर को पैमाने..!
यह दमकता हुआ चेहरा
“यह दमकता हुआ चेहरा, यह नशीली आंखें.. चाँदनी रात में मैखाना खुला हो जैसे..!”
चाँद का मिजाज भी तेरे जैसा हैं
चाँद का मिजाज भी तेरे जैसा हैं, जब देखने की तमन्ना हो तो नजर ही नही आता….!!
नाज है हमें अपने प्यार पर
नाज है हमें अपने प्यार पर , ना वो बेवफा और ना मै बेवफा, बस माँ बाप के फर्ज ने हमें जुदा करदिया..!!
चलते चलते यही सोचता हुँ
चलते चलते यही सोचता हुँ, किधर चलू, कि जहाँ तुम मुझे मिल जाओ,
किसी ने धूल क्या झोंकी आँखों में
किसी ने धूल क्या झोंकी आँखों में, . . . . . पहले से बेहतर दिखने लगा है।
दो लफ्ज उनकी तारीफ मे
दो लफ्ज उनकी तारीफ मे क्या बोल दिए मौसम ने भी आज अपना मिजाज ही बदल लिया
सवाल ही पैदा नहीं होता
वो जवाब मांगते हैं कि हमें भूल तो नही जाओगे…? जवाब मैं क्या दूँ , जब सवाल ही पैदा नहीं होता..
ये दिल है तुम्हारा
सुनो ये तमाम चेहरे तुम्हे गुमराह कर देंगें तुम बस मेरे दिल में रहो ये दिल है तुम्हारा