याद रखना अब जो रूठे तो हार जाओगे हम मनाने का हुनर भुला बैठे है..
Tag: व्यंग्य शायरी
वो मेरी हर दुआ में
वो मेरी हर दुआ में शामिल था जो किसी और को बिन मांगे मिल गया|
सारी दुनिया का हुस्न
सारी दुनिया का हुस्न देख लिया तुम आज भी लाजवाब लगती हो..!
उल्टी पड़ी है
उल्टी पड़ी है, कश्तीयाँ रेत पर मेरी…!! कोई ले गया है, दिल से समंदर निकाल कर…!!
सवालो मे रहेने दो
सवालो मे रहेने दो मै जवाब बहुत बुरा हुं… लबो पे आ गया तो संभालना मुश्कील हो जायेगा
उसे छुना जुर्म है
उसे छुना जुर्म है, तो मेरी फाँसी का इन्तेजाम करो.. मै आ रहा हु उसे सीने से लगा कर…
अधूरे ही रह जाते है
अल्फाज़ अक्सर अधूरे ही रह जाते है मोहब्बत में , हर सख्स किसी न किसी की चाहत दिल में दबाये रखता है|
अगर लोग यूँ ही
अगर लोग यूँ ही कमिया निकालते रहे तो,… एक दिन सिर्फ खुबिया ही रह जायेगी मुझमे …
केवल दस्ताने निकले..
जिनको थामा हाथ समझ कर, वो केवल दस्ताने निकले..!
हंसी हंसी में
तुम मुझे हंसी हंसी में खो तो दोगे, पर याद रखना… आंसुओं में ढ़ूंढ़ोगे…