अपने हांथो की

जब वो अपने हांथो की

लकीरों में मेरा नाम ढूंढ कर थक गया…
सर झुकाकर बोला, “लकीरें

झूठ बोलती है” तुम सिर्फ मेरी हो.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version