बेअसर कहाँ होती है दुआ कोई भी. .या तेरी कुबूल होगी..या मेरी कुबूल होगी..
Category: Zindagi Shayri
टूटे हुए काँच की तरह
टूटे हुए काँच की तरह चकनाचूर हो गये किसी को लग ना जायें, इसलिए सबसे दूर हो गये…!!!
ज़िन्दगी के हाथ
ज़िन्दगी के हाथ नहीं होते लेकिन, कभी कभी वो ऐसा थप्पड़ मारती है जो पूरी उम्र याद रहता है !!
आईना के सामने
आईना के सामने आने से वो डरते है जो ताउम्र सच कहने का दम भरते हैं दर्पण
बैठें तो किस उम्मीद पर
बैठें तो किस उम्मीद पर बैठे रहे यहाँ, उठे तो उठ के जायें कहाँ तेरे दर से हम।
बेगानावार ऐसे वो
बेगानावार ऐसे वो गुजरे करीब से, जैसे कि उनको मुझसे कोई वास्ता न था।
बस इतनी दाद देना
बस इतनी दाद देना बाद मेरे मेरी उल्फत की, कि याद आऊँ तो अपने आपको प्यार कर लेना।
न जाने किधर जा रही है
न जाने किधर जा रही है यह दुनिया, किसी का यहाँ कोई हमदम नहीं है।
दिल में कमी
दिल में कमी कुछ ऐसी महसूस हो रही है, नजदीक आके जैसे बहुत दूर हो गये है।
तेरे सवाल पै चुप हैं
तेरे सवाल पै चुप हैं, इसे गनीमत जान, कहीं जवाब न दे दें कि मैं नहीं सुनता।