कद नही बढता

उठा के एडियाँ चलने से कद नही बढता .. मेरे रकीब से कह दो की अपनी हद में रहे…

बात होने वाली हे

सास रुक रुक कर आ रही हे मेरी, कुछ बात होने वाली हे, या बहुत दूर जा चूका हे कोई, या मुलाकात होने वाली हे….

मर जाए तो

मर जाए तो बढ़ जाती है इंसान की कीमत .. जिंदा रहे तो जीने की सजा देती है दुनिया.

हमेशा खामोश रहना..

उस जगह हमेशा खामोश रहना…. जहां , दो कौड़ी के लोग ,, अपनी हैसियत के “गुण-गान” गाते हों….।

शादी मे बहू

शादी मे बहू क्या लेकर आयी ये तो सब पुछते है पर कभी ये सोचा वो क्या क्या छोड़ कर आयी है

इज़हार कर गयी…!!

एक मैं था जो थक गया, लफ्ज़ ढूंढ-ढूंढ कर,, एक वो थी जो खरीदे हुए गुलाब देकर इज़हार कर गयी…!!

कमज़ोर बुढ़ापा है

माँ बाप की मजबूरी ऐ काश कोई समझे, कमज़ोर बुढ़ापा है मुँहज़ोर जवानी है…!!

किसी का नहीं होता

दुनियावी तजुर्बा है हक़ीकत में है होता ; जो माँ -बाप का न होता किसी का नहीं होता …

इतने न कर

इतने न कर जुल्म माँ बाप पर बन्दे ; वे सोचने लगे कि बेऔलाद ही होता .

पढना चार किताब…!!

माँ बाप को ही गर दे दिया,उसने उलट जवाब तो फिर उसका व्यर्थ है,पढना चार किताब…!!

Exit mobile version