आशिक़ी के पिंजरे से

आशिक़ी के पिंजरे से,। कोई चिड़िया इधर नही आती

प्यासे जब भी

प्यासे जब भी पानी-पानी करते हैं। दरिया वाले आना कानी करते है।।

तुम दूर बहुत दूर हो

तुम दूर बहुत दूर हो मुझसे ये तो जानता हूँ मैं,..!! पर तुमसे करीब मेरे कोई नही है बस ये बात तुम याद रखना..!!

मुझ में बेपनाह मुहब्बत

मुझ में बेपनाह मुहब्बत के सिवा कुछ भी नही, तुम अगर चाहो तो मेरी साँसो की तलाशी ले लो..

दिल की कोरी किताब

दिल की कोरी किताब लाया हूँ, नर्म नाज़ुक गुलाब लाया हूँ । तुमने डर-डर के जो लिखे ही नहीं, उन खतों के जवाब लाया हूँ ॥

आजमाया है आज फिर

आजमाया है आज फिर हवाओं ने तो गिला कैसा..! वो कौन सा दौर था जब आंधियो ने चिरागों के इम्तिहान ना लिए….!

हाल पूछते नहीं

हाल पूछते नहीं ये बे-वफ़ा दुनिया जिंदा लोगों का, चले आते हैं तैयार हो कर जनाज़े पे बारात की तरह..

मुझे जलन है

मुझे जलन है तेरे आईने से, ये तुझे देखता है बहुत करीब से..

उनकी आँखों से

उनकी आँखों से आँखें मिली और हमको नशा हो गया…

ख्वाहिश सिर्फ यही है

ख्वाहिश सिर्फ यही है की.. जब मैं तुझे याद करु तू मुझे महसूस करे….!!!!

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