दिल भी जिद पर अडा है

दिल भी जिद पर अडा है बच्चे की तरह, या तो वो चाहिए या फिर कुछ नहीं !!

तकदीर के लिखे पर

तकदीर के लिखे पर कभी शिकवा न कर, तू अभी इतना समझदार नहीं हुआ है की रब के इरादे समझ सके..

पलकों की हद को

पलकों की हद को तोड़कर दामन पे आ गिरा, एक अश्क मेरे सब्र की तौहीन कर गया !!!!

सादगी तो देखो

सादगी तो देखो उन नज़रो की …..!! .हमसे बचने की कोशिष में बार बार हमें ही देखती है !!!!

तुझ पे खर्च करने के लिए

तुझ पे खर्च करने के लिए बहुत कुछ नहीं था मेरे पास थोड़ा वक़्त था थोड़ा मैं था..!!! दोनों बर्बाद हो गया

दिल भी जिद पर

दिल भी जिद पर अडा है बच्चे की तरह, या तो वो चाहिए या फिर कुछ नहीं !!

इंतज़ार करते करते

इंतज़ार करते करते वक़्त क्यों गुजरता नहीं! सब हैं यहाँ मगर कोई अपना नहीं! दूर नहीं पर फिर भी वो पास नहीं! है दिल में कहीं पर आँखों से दूर कहीं!

वो रूह में

वो रूह में उतर जाये तो पा ले मुझको इश्क़ के सौदे मैं जिस्म नहीं तौले जाते…

सजा यह मिली की

सजा यह मिली की आँखों से नींदें छीन ली उसने,, जुर्म यह था कि उसके साथ रहने का ख्वाब देखा था…

जरुरी नहीं हर रिश्ता

जरुरी नहीं हर रिश्ता बेवफाई से ही खत्म हो,,,, कुछ रिश्ते किसी की ख़ुशी के लिए भी खत्म करने पड़ते है !!

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