छोड़ ये बात,… मिले जख्म,….. मुझे कहां से, ऐ ज़िन्दगी इतना बता, कितना सफर बाकी है…
Category: Whatsapp Shayri
पलको पे बिठा के
पलको पे बिठा के रखेगे ससुराल वाले…. मालूम ना था बाबा भी झूठ बोलेगे…..
सुनते आये है
सुनते आये है की पानी से कट जाते है पत्थर, शायद मेरे आँसुओं की धार ही थोड़ी कम रही होगी..!
क्या किस्मत पाई है
क्या किस्मत पाई है रोटीयो ने भी निवाला बनकर रहिसो ने आधी फेंक दी, गरीब ने आधी में जिंदगी गुज़ार दी!!
तुम निकले ही थे
तुम निकले ही थे बन-सँवर कर मैं मरता नहीं तो क्या करता…
आईना हूं तेरा
आईना हूं तेरा, क्यूं इतना कतरा रहे हो.. सच ही कहूंगा, क्यूं इतना घबरा रहे हो..
महंगाई का आलम
महंगाई का आलम ना पूछो दोस्तों घर क्या ले जाना है, जानबूझ के भूल जाता हूँ!!
जिस जिस ने मुहब्बत में
जिस जिस ने मुहब्बत में अपने महबूब को खुदा कर दिया..! . खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए उनको जुदा कर दिया..!!
बहुत तड़पा हूं
बहुत तड़पा हूं खुदाया… तेरे इक बन्दे के पीछे
उसने फिर मेरा हाल पूछा है…
उसने फिर मेरा हाल पूछा है… कितना मुश्किल सवाल पूछा है॥