दिल तुम्हारी तरफ कुछ यूँ झुक सा जाता है.. किसी बेइमान बनिए का तराजु हो जैसे..!!
Category: Shayri-E-Ishq
प्यार तो प्यार है
एक तरफा ही सही…प्यार तो प्यार है…, उसे हो ना हो…लेकिन मुझे बेशुमार है…!
अच्छे लोग खामोश है
अंदाज़ कुछ अलग हैं मेरे सोचने का,, सब को मंजिल का शौक है और मुझे रास्तों का… ये दुनिया इसलिए बुरी नही के यहाँ बुरे लोग ज्यादा है। बल्कि इसलिए बुरी है कि यहाँ अच्छे लोग खामोश है..!!!
वो मंजर भी मोहब्बत का
वो मंजर भी मोहब्बत का बडा दिलकश गुजरा, किसी ने हाल पुछा और आँखें भर आई !!
जुदाई से डरता हुँ।
जमाने से नही तो तनहाई से डरता हुँ, प्यार से नही तो रुसवाई से डरता हुँ, मिलने की उमंग बहुत होती है, लेकिन मिलने के बाद तेरी जुदाई से डरता हुँ।
मेरे दिल मे हो
फासला रख के क्या हासील कर लीया तुमने रह ते तो आज भी मेरे दिल मे हो
मोहब्बत बेशरम है
पुरानी होकर भी खास होते जा रही है, मोहब्बत बेशरम है, बेहिसाब होते जा रही है।
तकदीरे बदल जाती है
तकदीरे बदल जाती है, जब जिंदगी जीने का कोई मकसद हो वर्ना जिंदगी कट जाती हे, “तक़दीर” को इल्जाम देते देते !!!
न किसी किताब से
प्रेम न तो किसी शब्द से और न किसी किताब से परिभाषित किया जा सकता है। ये तो सिर्फ महसूस किया जा सकता है।
वफा की बात
न वफा का जिकर होगा न वफा की बात होगी अब मोहब्बत जिससे भी होगी Exam के बाद होगी…