इंतजार की घड़ियाँ ख़त्म कर ऐ खुदा, जिसके लिये बनाया है उससे मिलवा भी दे अब ज़रा..!
Category: Shayri-E-Ishq
ज़हर पिला दो
आज इतना ज़हर पिला दो की मेरी साँस ही रुक जाये, सुना है साँस रुकने पर बेवफा भी देखने आती है ।
उम्र भर का
कौन देता है उम्र भर का सहारा लोग तो जनाजे में भी कंधे बदलते रहते हैं
उसकी यादें तो
भूलना भी एक नेमत ही है खुदा की…….!! वरना उसकी यादें तो पागल ही कर दें………!!!
खुला रखता हुँ
दिल के दरवाजों को हमेशा ही खुला रखता हुँ, कहा है उसने “देर लगेगी पर आयेंगी जरूर”
होता है इत्तेफ़ाक
अगर होता है इत्तेफ़ाक, तो यूँ क्यों नहीं होता !! _______तुम रास्ता भूलो…और मुझ तक चले आओ..
ये रूहानी मुहब्बत
वो तब भी थी अब भी है और हमेशा रहेगी………! ये रूहानी मुहब्बत है कोई तालीम नहीं जो पूरी हो जाये………!
बीच समंदर देख
मंजर का पसमंजर देख सहरा बीच समंदर देख……….! एक पल अपनी ऑंखें मूंद एक पल अपने अंदर देख…………!
हमसे इश्क़ करके
परेशां है वो हमसे इश्क़ करके वफादारी की नौबत आ गई है….
आधा अधूरा इश्क़
ये बुजदिलों की तरह आधा अधूरा इश्क़ हमसे नहीं होता .. . . . हम जब भी करेंगे मोहब्बत बेइन्तहां ही होगी.