बिन बात के ही

बिन बात के ही रूठने की आदत है, किसी अपने का साथ पाने की चाहत है. . . आप खुश रहें, मेरा क्या है, मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है. . .

कैसे करें हम खुद को

कैसे करें हम खुद को तेरे प्यार के क़ाबिल! जब हम आदतें बदलते हैं,तो तुम शर्तें बदल देते हो|

मैंने पूछा एक पल में

मैंने पूछा एक पल में जान कैसे निकलती है, उसने चलते चलते मेरा हाथ छोड़ दिया..

वो जब अपने हाथों की

वो जब अपने हाथों की लकीरों में मेरा नाम ढूँढ कर थक गये सर झुकाकर बोले, लकीरें झूठ बोलती है तुम सिर्फ़ मेरे हों……….

शर्म नहीं आती उदासी को

शर्म नहीं आती उदासी को जरा भी, मुद्दतों से मेरे घर की महेमान बनी हुई है ….!!!!

इस दिल में

इस दिल में और कांटे चुभने से पहले, ज़रा एक बार देख लो, कितना कांटे पहले ही चुभा चुकी है ये दुनिया, तेरा ये काँटा कही आखरी न हो…..

लिख देना एक

लिख देना एक इबादत मेरी क्रब पर यारों, मौत अच्छी है मोहोब्बत से तो !!

मोहब्बत में नहीं रहा

मोहब्बत में नहीं रहा तन्हा कभी कोई… किसी को इश्क मिल गया…. किसी को अश्क मिल गए…

उसे कहना बिछडने से

उसे कहना बिछडने से, मोहब्बत तो नहीं मरती

बस ये कहकर

बस ये कहकर टाँके लगा दिये उस हकीम ने कि, जो अंदर बिखरा है उसे खुदा भी नहीं समेट सकता….

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