हर पल खुश रहूं ऐसा हो नहीं सकता, यादें भी आखिर कोई चीज़ हुआ करती हैं|
Category: Shayari
कुछ भी नहीं
कुछ भी नहीं है बाक़ी बाज़ार चल रहा है, ये कारोबार-ए-दुनिया बेकार चल रहा है|
परेशान मत हो
परेशान मत हो मेरी जान, कहा ना मैं हमेशा तेरे साथ हूँ !!
बहुत ही खूबसूरत
बहुत ही खूबसूरत होती है एक तरफ़ा मोहब्बत ना ही कोई शिकायत होती है और ना ही कोई बेवफ़ा कहलाता है|
जाने कब उतरेगा कर्ज
जाने कब उतरेगा कर्ज उसकी मोहब्बत का, हर रोज आँसुओं से इश्क की किस्त भरता हूँ..
सोच रहा हूँ
सोच रहा हूँ कि लिखूं कुछ ऐसा आज जिसे पढ़, वो रोये भी ना और, रात भर सोये भी ना..
कैसे भूलेगी वो
कैसे भूलेगी वो मेरी बरसों की चाहत को, दरिया अगर सूख भी जाये तो रेत से नमी नहीं जाती…
अब ना करूँगा
अब ना करूँगा अपने दर्द को बया किसी के सामने, दर्द जब मुझको ही सहना है तो तमाशा क्यूँ करना…!!!
लोग आज कल मुझसे
लोग आज कल मुझसे मेरी खुशी का राज पूछते है, . अगर तेरी इजाजत हो तो तेरा नाम बता दूँ !!
तू मुझे गुनहगार
तू मुझे गुनहगार साबित करने की ज़हमत ना उठा, बस ये बता, क्या-क्या कुबूल करना है…!!