हार जाउँगा मुकदमा

हार जाउँगा मुकदमा उस अदालत में, ये मुझे यकीन था,जहाँ वक्त बन बैठा जज और नसीब मेरा वकील था….!!!

इश्क़ तो बस नाम दिया है

इश्क़ तो बस नाम दिया है दुनिया ने, एहसास बयां कोई कर पाये तो बात हो .

थोड़ा प्यार और भिजवा दो

थोड़ा प्यार और भिजवा दो, हमने फिजूलखर्ची कर ली है….।।

बुलंदी तक पहुंचना

बुलंदी तक पहुंचना चाहता हूँ मै भी… पर गलत राहो से होकर जाऊ.. इतनी जल्दी भी नही..!!

बिकती है ना खुशी

बिकती है ना खुशी कही,ना कही गम बिकता है… लोग गलतफहमी में है की,शायद कही मरहम बिकता है..

आज पास हूँ

आज पास हूँ तो क़दर नहीं है तुमको, यक़ीन करो टूट जाओगे तुम मेरे चले जाने से !!

हमने तो उनसे

हमने तो उनसे बेशुमार मोहब्बत की थी…. पर उनके कुछ गुनाह ऎसे थे की आज उस मोहब्बत से बड़ी नफरत हो चुकी है..

यादों की किम्मत

यादों की किम्मत वो क्या जाने, जो ख़ुद यादों के मिटा दिए करते हैं, यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो, यादों के सहारे जिया करते हैं.

कुछ फासले ऐसे भी

कुछ फासले ऐसे भी होते हैं जनाब. जो तय तो नही होते, मगर नज़दीकियां कमाल की रखते है..

इश्क़ को नसीहत

इश्क़ को नसीहत और बेटो को वसीयत की जरुरत तभी पड़ती है, जब वो खुद बड़े कमजोर हो.

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