घरों पे नाम थे नामों के साथ औहदे थे बहुत तलाश किया कोई आदमी न मिला।
Category: Sad Shayri
वो अफसाना जिसे
वो अफसाना जिसे अंजाम तक लाना ना हो मुमकिन, उसे एक खूबसूरत मोड़ देकर छोड़ना अच्छा……
जमा कर खुद के पाँवों को
जमा कर खुद के पाँवों को चुनौती देनी पड़ती है कोई बैसाखियों के दम पे अंगद हो नहीं सकता ….
जिनको मिली है
जिनको मिली है, ताक़त दुनिया सँवारने की… खुदगर्ज आज उनका ईमान हो रहा है…!!
आसमानों से उतरने का
आसमानों से उतरने का इरादा हो तो सुन शाख़ पर एक परिंदे की जगह खाली है
बड़ी जल्दी सीख लेते है
बड़ी जल्दी सीख लेते है जिंदगी का सबक गरीब के बच्चे बात बात पे जिद नहीं करते ||
एक ये ख्वाहिश
एक ये ख्वाहिश कोई ज़ख्म ना देखे एक ये हसरत कोई देखने वाला होता…
मुझे कहाँ से
मुझे कहाँ से आएगा लोगो का दिल जीतना …!! मै तो अपना भी हार बैठा हुँ..
कुछ देर तो हँस लेने दो
कुछ देर तो हँस लेने दो मुझे… हर पल कहाँ उसे मैं भूल पाता हूँ..!!
हम इतने मतलबी नहीं
हम इतने मतलबी नहीं की तुझे धोका दे..!! बस्स हमें समझना तेरे बस की बात नहीं….!!!