वक्त नहीं लगता

वक्त नहीं लगता दिल से दिल मिलाने में… पर सदियां बीत जाती हैं एक रिश्ते को भुलाने में….

शायरी के शोंक ने

शायरी के शोंक ने इतना तो काम कर दिया, जो नहीं जानते थे उनमें भी बदनाम कर दिया।।

उनकी फितरत परिंदों सी

उनकी फितरत परिंदों सी थी,मेरा मिज़ाज दरख़्तों जैसा, उन्हें उड़ जाना था…..और मुझे कायम ही रहना था !!

कोई नही आएगा

कोई नही आएगा मेरी जिदंगी मे तुम्हारे सिवा, एक मौत ही है जिसका मैं वादा नही करता…….. ।।

जिंदगी मेरे कानो मे

जिंदगी मेरे कानो मे अभी होले से कुछ कह गई, उन रिश्तो को संभाले रखना जिन के बिना गुज़ारा नहीं होता|

जो अंधेरे की तरह

जो अंधेरे की तरह डसते रहे ,अब उजाले की कसम खाने लगे चंद मुर्दे बैठकर श्मशान में ,ज़िंदगी का अर्थ समझाने लगे!!

यूँ असर डाला है

यूँ असर डाला है मतलबी लोगो ने दुनियाँ पर,हाल भी पूछो तो लोग समझते है की कोई काम होगा…

बिना मतलब के

बिना मतलब के दिलासे भी नहीं मिलते यहाँ , लोग दिल में भी दिमाग लिए फिरते हैं |

मेरी बेजुबां आँखों से

मेरी बेजुबां आँखों से गिरे हैं चंद कतरे… वो समझ सके तो आँसू ,ना समझ सके तो पानी|

आवाज़ ही पर्दा

मेरी आवाज़ ही पर्दा है ..मेरे चेहरे का मैं हूँ ख़ामोश जहाँ, मुझको वहाँ से सुनिए!

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