उसी का इंतजार

किस्मत से अपनी सबको शिकायत क्यों है? जो नहीं मिल सकता उसी से मुहब्बत क्यों है? कितने खायें है धोखे इन राहों में! फिर भी दिल को उसी का इंतजार क्यों है?

सबक सीखाता है

हमारे तजूँबे हमें , ये भी सबक सीखाता है, की जो मख्खन लगाता है, वो ही चुना लगाता है

ख्याल दिल से

जब कोई ख्याल दिल से टकराता है! दिल न चाह कर भी, खामोश रह जाता है! कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है! कोई कुछ न कहकर भी, सब बोल जाता है!

ख्याल दिल से

जब कोई ख्याल दिल से टकराता है! दिल न चाह कर भी, खामोश रह जाता है! कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है! कोई कुछ न कहकर भी, सब बोल जाता है!

क्या मांगू खुदा से

क्या मांगू खुदा से में आपको पाने के बाद,किसका करू इंतेज़ार में आपके आने के बाद, क्यूँ दोस्तों पर जान लुटाते हैं लोगमालूम हुआ आपको दोस्त बनाने के बाद|

इस कदर हम

इस कदर हम उनकी मुहब्बत में खो गए! कि एक नज़र देखा और बस उन्हीं के हम हो गए! आँख खुली तो अँधेरा था देखा एक सपना था! आँख बंद की और उन्हीं सपनो में फिर सो गए!

प्यार मत करना

कभी किसी से प्यार मत करना! हो जाये तो इंकार मत करना! चल सको तो चलना उस राह पर! वरना किसी की ज़िन्दगी ख़राब मत करना!

शायद कयामत होगी

वो जब पास मेरे होगी तो शायद कयामत होगी, अभी तो उसकी तस्वीर ने ही तबाही मचा रखी है |

तुम से बेहतर

तुम से बेहतर तो नहीं हैं ये नज़ारे लेकिन, तुम ज़रा आँख से निकलो तो इन्हें भी देखूँ।।

वो मेरे दिल से

वो मेरे दिल से बाहर निकलने का रास्ता न ढुंढ सके ,. दावा करते थे जो मेरी रग-रग से वाकीफ होने का.

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