अच्छा-बुरा होना है

जो भी कुछ अच्छा-बुरा होना है जल्दी हो जाए, शहर जागे या मेरी नींद ही गहरी हो जाए…

कुछ तो नाज़ुक मिजाज है हम

कुछ तो नाज़ुक  मिजाज हे हम भी ओर ये चोट भी नई हे अभी भरी दुनिया मे जी नही लगता जाने किस शक्सकी कमि हे अभी !!!

मोहब्बत हर मोहब्बत

बरबाद कर देती है मोहब्बत हर मोहब्बत करने वाले को क्यूकि इश्क़ हार नही मानता और दिल बात नही मानता..!!

आशिकों ने ही

आशिकों ने ही दिया है तुझको ये मुकाम गज़ब का, वरना ऐ इश्क तेरी दो कौड़ी की औकात नहीं…!

वो पसंद ही क्या

वो पसंद ही क्या …… जिसको पसंद आने के लिए खुद को बदलना पड़े…

जलेबी की तरह

जब जलेबी की तरह उलझ ही रही है तू ऐ जिंदगी,… ..तो फिर क्यों न तुझे चाशनी मे डुबाकर मजा ले ही लिया जाए

उन्हीं की थालियों से

रोटियां उन्हीं की थालियों से कूड़े तक जाती है… जिन्हें एहसास नही होता …. भूख है क्या !

सूकून इस बात का

बच्चे झगड़ रहे थे मोहल्ले के जाने किस बात पर, सूकून इस बात का था न मंदिर का ज़िक्र था न मस्जिद का

अपने लिए अजनबी हूँ

मैं खुद भी अपने लिए अजनबी हूँ … मुझे गैर कहने वाले तेरी बात मे दम है…

जिदंगी में कभी

जिदंगी में कभी किसी बुरे दिन से रूबरू हो जाओ, तो इतना हौंसला जरुर रखना की दिन बुरा था जिंदगी नहीं…!!!

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