जी लो हर लम्हा

जी लो हर लम्हा , बीत जाने से पहले ।। . लौट कर यादें आती है, वक़्त नहीं…

शब्दों की प्यास

शब्दों की प्यास किसी और को होगी मुझे तो उसकी ख़ामोशी से ही इश्क है

भूल कर अपना

भूल कर अपना ज़माना ये ज़माने वाले आज के प्यार को मायूब समझते होंगे !

जानता था की

जानता था की वो धोखा देगी एक दिन पर चुप रहा.. . क्यूंकि उसके धोखे में जी सकता हूँ पर उसके बिना नहीं…

मौजूद थी उदासी

मौजूद थी उदासी अभी पिछली रात की, बहला ही रहे थे दिल को, के फिर रात हो गयी|

दो चार नहीं

दो चार नहीं मुझे सिर्फ एक ही दिखा दो साहब, वो शख्स जो अन्दर से भी बाहर की तरह दिखता हो

याद करने की

याद करने की हमने हद करदी मगर….!! भुल जाने मे तुम भी कमाल करते हो…

सिर्फ बेहद चाहने से

सिर्फ बेहद चाहने से क्या होता है… नसीब भी होना चाहिए किसीका प्यार पाने के लिए…

सबने खरीदा सोना

सबने खरीदा सोना, मैने एक सुई खरीद ली, सपनों को बुनने जितनी डोरी खरीद ली। शौक- ए- जिन्दगी कुछ कम किये, फिर सस्ते में ही सुकून-ए-जिन्दगी खरीद ली।।

मेरे यूँ चुप रहने से

मेरे यूँ चुप रहने से नाराज ना हो जाना कभी, दिल से चाहने वाले तो अकसर खामोश ही रहते है…

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