नज़रिया बदल के देख

नज़रिया बदल के देख, हर तरफ नज़राने मिलेंगे, ऐ ज़िन्दगी यहाँ तेरी तकलीफों के भी दीवाने मिलेंगे…

हँसकर दर्द छुपाने की

हँसकर दर्द छुपाने की कारीगरी मशहूर थी मेरी, पर कोई हुनर काम नहीं आता जब तेरा नाम आता है…

यही इश्क है

यही इश्क है शायद… नज़दीक नहीं तुम मेरे…. पर मैं तुमसे… दूर नहीं…

वो मुझ तक

वो मुझ तक आने की राह चाहता है, लेकिन मेरी मोहब्बत का गवाह चाहता है, खुद आते जाते मौसमों की तरह है, और मेरे इश्क़ की इन्तहा चाहता है।

प्यार में कोई

प्यार में कोई तो दिल तोड़ देता है दोस्ती मेँ कोई तो भरोसा तोड़ देता है जिंदगी जीना तो कोई गुलाब से सीखे जो खुद टूट कर दो दिलों को जोड़ देता है |

शब्द मेरी पहचान बने तो

शब्द मेरी पहचान बने तो ठीक है वर्ना चेहरे का क्या वो तो मेरे साथ चला जायेगा|

छिपाने का कारोबार

हम ग़मों को छिपाने का कारोबार करते हैं, कसूर बस इतना है, हम गम देने वाले से ही प्यार करते हैं..

पहले से बिगडे हुऐ है

हम तो पहले से बिगडे हुऐ है, हमारा कोई क्या बिगाड लेगा..

जिन की याद में हैं

बे-ख़बर जिन की याद में हैं हम, ख़ैर से उनको कुछ ख़बर ही नहीं|

अक्स-ए-ख़ुशबू हूँ

अक्स-ए-ख़ुशबू हूँ बिखरने से न रोके कोई ……. और बिखर जाऊँ तो मुझको न समेटे कोई …!!

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