बिना मतलब के दिलासे भी नहीं मिलते यहाँ , लोग दिल में भी दिमाग लिए फिरते हैं |
Category: Hindi Shayri
मेरी बेजुबां आँखों से
मेरी बेजुबां आँखों से गिरे हैं चंद कतरे… वो समझ सके तो आँसू ,ना समझ सके तो पानी|
आवाज़ ही पर्दा
मेरी आवाज़ ही पर्दा है ..मेरे चेहरे का मैं हूँ ख़ामोश जहाँ, मुझको वहाँ से सुनिए!
ख़ौफ़ उन्हें होता है
शतरंज की चालों का ख़ौफ़ उन्हें होता है, जो सियासत करते हैं, हम तो मोहब्बत के खिलाड़ी हैं, न हार की फिक्र, न जीत का जिक्र।
लबों पे मुस्कुराहट
लबों पे मुस्कुराहट दिल में बेजारी निकलती है, बड़े लोगों में ही अक्सर ये बीमारी निकलती है…
कभी चुप तो
कभी चुप तो कभी गुम सी हैं, ये बारिशें भी बिलकुल तुम सी हैं।
तू ही मिल जाये
तू ही मिल जाये मुझे ये ही काफ़ी है; मेरी हर साँस ने बस यही दुआ माँगी है; जाने क्यों दिल खींचा जाता है तेरी तरफ़; क्या तुमने भी मुझे पाने की कोई दुआ माँगी है।
वफा के बदले
वफा के बदले बेवफाई ना दिया करो; मेरी उम्मीद ठुकरा कर इंकार ना किया करो; तेरी मोहब्बत में हम सब कुछ खो बैठे; जान चली जायेगी इम्तिहान ना लिया करो।
मुहब्बत का इम्तिहान
मुहब्बत का इम्तिहान आसान नहीं! प्यार सिर्फ पाने का नाम नहीं! मुद्दतें बीत जाती हैं किसी के इंतज़ार में! ये सिर्फ पल-दो-पल का काम नहीं!
प्यार किया बदनाम हो गए
प्यार किया बदनाम हो गए, चर्चे हमारे सरेआम हो गए, ज़ालिम ने दिल उस वक़्त तोडा, जब हम उसके गुलाम हो गए|