चांद की तरह

तू बिल्कुल चांद की तरह है… ए सनम.., नुर भी उतना ही.. गरुर भी उतना ही.. और दूर भी उतना ही.!.

मुसकुराहटे झुठी भी

मुसकुराहटे झुठी भी हुआ करती है, देखना नहीं समझना सीखो…

कभी इतना मत

कभी इतना मत मुस्कुराना की नजर लग जाए जमाने की हर आँख मेरी तरह मोहब्बत की नही होती….!!!

मासूमियत का कुछ

मासूमियत का कुछ ऐसा अंदाज़ था मेरे सनम का, उसे तस्वीर में भी देखूं तो पलकें झुका लेती थी….

बड़ी बेवफ़ा हो जाती

बड़ी बेवफ़ा हो जाती है ग़ालिब ये घड़ी भी सर्दियों में। पाँच मिनट और सोने की सोचो तो तीस मिनट आगे बढ़ जाती है।।

दुनिया तो वैसे

दिल बङा रखें.. दुनिया तो वैसे भी ‘बहुत छोटी’ है…!

स्वर्ग में सब कुछ है

स्वर्ग में सब कुछ है लेकिन मौत नहीं है, गीता में सब कुछ है लेकिन झूठ नहीं है, दुनिया में सब कुछ है लेकिन किसी को सुकून नहीं है, और आज के इंसान मे सब कुछ है लेकिन सब्र नहीं…………..,किसी ने क्या खूब कहा ‪‎ना खुशी खरीद पाता हू ना ही गम बेच पाता हू… Continue reading स्वर्ग में सब कुछ है

ना ढूंढ मेरा किरदार

ना ढूंढ मेरा किरदार दुनिया के हुजूम में, “वफ़ादार तो हमेशा तनहा ही मिलते हे….

मिलाते हो उसी को खाक में

मिलाते हो उसी को खाक में, जो दिल से मिलता है मेरी जां चाहने वाला, बड़ी मुश्किल से मिलता है Milaate ho usi ko khaak mein, jo dil se milata hai Meri jaan chaahane wala, badi mushkil se milta hai

डूबा हो जब अन्धेरे में

डूबा हो जब अन्धेरे में हम साए का मकान अपने मकां में शमा जलाना गुनाह है

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