आखों में आंसू

एक बुढा व्यक्ति अपना मोबाईल लेकर रिपेयरिंग की दुकान पर गया और दिखाया. रिपेयरिंग वाले ने कहा: यह बिलकुल ठीक काम कर रहा है वृद्ध की आखों में आंसू आ गये बोला : फिर इसमें मेरे बच्चो के फोन क्यों नही आते?

ये वक़्त बेवक़्त

ये वक़्त बेवक़्त मेरे ख्यालों में आने की आदत छोड़ दो तुम…., कसूर तुम्हारा होता है और लोग मुझे आवारा कहते है….।

गलत सुना था

गलत सुना था कि, इश्क आँखों से होता है…. दिल तो वो भी ले जाते है, जो पलकें तक नही उठाते….!!!!

एक ख्वाब है

तेरा होना एक ख्वाब है तेरा न होना एक हकीकत

खुशी के आंसू

खुशी के आंसू रूकने न देना, गम के आंसू बहने न देना, ये जिंदगी न जाने कब रूक जाए, मगर ये प्यारी सी दोस्ती कभी टूटने न देना।

आधे से ज्यादा

हमारे देश में हसी मजाक भी बिजली की तरह है आधे से ज्यादा लोगों के नसीब मे नही है

गरीबी जब दरवाजे

गरीबी जब दरवाजे से अन्दर आती है.. . . . . . तब . . . . . प्यार और मोहब्बत खिड़की से बाहर चले जाते हैं! “

मिटटी में मिल जायेगी..

ना जीत पे अपनी दम्भ करो ना हार पे मेरी तंज़ कसो , जो धूल हवा से उड़ी है फिर से मिटटी में मिल जायेगी..!!

हुए बदनाम मगर

हुए बदनाम मगर फिर भी न सुधर पाए हम….. फिर वही शायरी, फिरवही इश्क, फिर वही तुम..फिर वही हम…..

कोई प्यासा दिखे तो

आंधियों से न बुझूं ऐसा उजाला हो जाऊँ, वो नवाज़े तो जुगनू से सितारा हो जाऊँ, एक क़तरा हूँ मुझे ऐसी फितरत दे भगवन’ कोई प्यासा दिखे तो दरिया हो जाऊ…!!!

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