मुस्कुराते इंसान की

मुस्कुराते इंसान की कभी जेबें टटोलना… हो सकता है उसका रुमाल गीला मिले…

गुम अगर सूई भी

गुम अगर सूई भी हो जाए तो दिल दुखता है और हमने तो मुहब्बत में तुझे खोया था…

पता नहीं कब जायेगी

पता नहीं कब जायेगी तेरी लापरवाही की आदत पागल कुछ तो संभाल कर रख मुझें भी खो देगी वरना..

दिल के सागर में

दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो, ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो, बहुत चोट लगती है मेरे दिल को, तुम ख्वाबो में आकर युँ तडपाया ना करो।

सब आ जातें हैं

सब आ जातें हैं यूँ ही मेरी ख़ैरियत’ पूछने….!! अगर तुम भी पूछ लो तो यह ‘नौबत’ ही न आए…….।।

कागज़ों पे लिख कर

कागज़ों पे लिख कर ज़ाया कर दूं, मै वो शख़्स नहीं, मैं वो शायरा हुँ जिसे दिलों पे लिखने का हुनर आता है…।।

जब तुम करीब होते हो

जब तुम करीब होते हो तो मदहोश हुए जाते है जब दूर होते हो तो ख्यालों में ग़ुम हुए जाते है…..

मैं पा नहीं सका

मैं पा नहीं सका इस कशमकश से छुटकारा​ तू मुझे जीत भी सकता था मगर हारा क्यूँ|

नसीबो में नहीं

नसीबो में नहीं जिनके कमाने और खाने मुझे उनके गुजारे अजीब लगे |

इरादे बाँधता हूँ

इरादे बाँधता हूँ सोचता हूँ तोड़ देता हूँ कहीं ऐसा न हो जाए कहीं वैसा न हो जाए

Exit mobile version