तुम आओ और कभी दस्तक दो

तुम आओ और कभी दस्तक दो इस दिल पर,..!! प्यार उम्मीद से कम निकले तो सज़ा-ऐ-मौत दे देना…!!

दिल की ख़ामोशी पर

दिल की ख़ामोशी पर मत जाओ साहेब, राख के नीचे अक्सर आग दबी होती है !!

गुज़रती शब का

गुज़रती शब का हर इक लम्हा कह गया मुझसे सहर के बाद भी इक रात आने वाली है…

हमारा क़त्ल करने की

हमारा क़त्ल करने की उनकी साजिश तो देखो, गुज़रे जब करीब से तो चेहरे से पर्दा हटा लिया !!

जो मेरी लिखावट है

भीगी भीगी सी ये जो मेरी लिखावट है, स्याही में थोड़ी सी, मेरे अश्कों की मिलावट है !!

हसरतें आज भी

हसरतें आज भी ख़त लिखती हैं मुझे… मगर अब हम पुराने पते पर नहीं रहते ..

सब्र रखो तुम

सब्र रखो तुम जल्द ही एहसास होगा तुमको। मेरा होना क्या था न होना क्या है।।

उम्र भर उठाया

उम्र भर उठाया बोझ उस कील ने… और लोग तारीफ़ तस्वीर की करते रहे….

मिटाओगे कहाँ तक

मिटाओगे कहाँ तक मेरी यादें और मेरी बातें, मैं हर मोड़ पर लफ्ज़ों की निशानी छोड़ जाऊँगा !!

तजुर्बा एक ही काफी था

तजुर्बा एक ही काफी था ,बयान करने के लिए , मैंने देखा ही नहीं इश्क़….. दोबारा करके…..!!!

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