उसने हमसे पुछा…रह लोगे मेरे बिना..? साँस रुक गयी…. और उन्हें लगा कि…. हम सोच रहें हैं|
Category: बेवफा शायरी
न वफा का जिक्र
न वफा का जिक्र होगा न वफा की बात होगी अब मोहब्बत जिससे भी होगी.. रुपये ठिकाने लगाने के बाद होगी..
उसके रूठने की
उसके रूठने की अदायें भी, क्या गज़ब की है, बात-बात पर ये कहना, सोंच लो .. फ़िर मैं बात नही करूंगी।
अजीब सी उलझन
अजीब सी उलझन भरी है इश्क की राहें । बेचारा आशिक कितना सम्भल के चले ।
किस बात से
किस बात से खफा हो बस इतना बता दो, वजह जानकर हम खुद को सजा देना चाहते है !!
सारे अरमान माँग लो
प्यार से चाहे सारे अरमान माँग लो , रूठकर चाहे मेरी मुस्कान माँग लो, तमन्ना ये है कि ना देना कभी धोखा, फिर हँसकर चाहे मेरी जान माँग लो…
अच्छा हुआ कि
अच्छा हुआ कि तूने हमें तोड़ कर रख दिया, घमण्ड भी तो बहुत था हमें तेरे होने का …..
सौ बार टूटा दिल
सौ बार टूटा दिल मेरा, सौ बार बिखरी आरजू जिस्म से उड़ चला है परिंदा न जाने कहां जाएगा
बडे अजीब लोग
बडे अजीब लोग हमने देखे चलते-फिरते यहाँ खुद की जीत के लिए औरों को बदनाम करते सब यहाँ !!
बड़ा खूबसूरत सा
बड़ा खूबसूरत सा रिश्ता है तेरा-मेरा, ना तुमने कभी बाँधा,ना मैंने कभी छोड़ा !!