और कितने इम्तेहान लेगा वक्त तु । जिन्दगी मेरी है फिर मर्जी तेरी क्यों
Category: बेवफा शायरी
क्या सपने होंगे
क्या सपने होंगे उस गरीब के… जिसकी सांसे भी गुब्बारो में बिक जाती है…
भरोसे पे ही
भरोसे पे ही “जिंदगी” टीकी है वरना कौन कहता “फ़िर मिलेंगे”..
तुझे पाने की ख्वाहिश
कसम से तुझे पाने की ख्वाहिश तो बहुत थी, मगर मुझे तुझसे दुर करने की दुआ करने वाले ज्यादा निकले।।
एक समय तक
एक समय तक हम लोग अंग्रेजों के गुलाम थे. और आज अँग्रेजी चीजो,और सामानो के “गुलाम” है
फितूर होता है
फितूर होता है हर उम्र में जुदा… खिलौने,माशुका,रूतबा और खुदा…
Tujh Mein Chhupey Hain
Tujh Mein Chhupey Hain Meri Zindagi Ke Hazaaron Raaz…. Tujhe Waasta Hai Pyar Ka.. Zara Khud Ka Khayal Rakhna
Tum aao Dastak do
Tum aao Dastak do kbhi darr-e-dil par . . Mohabbat phle se km ho to shikayat krna
ए दिल तुम भी ना कमाल
क्या कहा? वो और मुझे याद करते होंगे… ए दिल तुम भी ना कमाल करते हो…
Mehko Toh Bura Lagta Hai
Meri Rooh Tarasti Hai Teri Khushbu Ko, Tum Kahi Aur Jo Mehko Toh Bura Lagta Hai