वक़्त बदल जाता है इंसान बदल जाते हैं; वक़्त वक़्त पे रिश्तों के अंदाज़ बदल जाते हैं!!
Category: बेवफा शायरी
उम्र ने तलाशी ली
उम्र ने तलाशी ली, तो जेबों से लम्हे बरामद हुए. कुछ ग़म के, कुछ नम थे, कुछ टूटे, कुछ सही सलामत थे..!!
फितरत है इंसान की
वो तो फितरत है इंसान की बेटियों को बोझ समझना.. वरना बेटियां तो अपना भाग्य लेकर पैदा होती है..!!
चल रहा है
चल रहा है रिशवतों का दौर इस दुनिया में जोरों शोरों से… तुम भी कुछ ले-दे कर मेरे हो जाओ ना….
दिल की आवाज़
काश दिल की आवाज़ का इतना असर हो जाये…… हम जिन्हें याद करे उन्हें ख़बर हो जाये……
जब भी उठाया करो
आइना जब भी उठाया करो.. पहले देखो फिर दिखाया करो.!!
ज़ख़्मों के बावजूद
ज़ख़्मों के बावजूद मेरा हौसला तो देख…. तू हँसी तो मैं भी तेरे साथ हँस दिया….!!
अपनी बरबादी मेँ
किस किस का नाम लें, अपनी बरबादी मेँ; बहुत लोग आये थे दुआयेँ देने …शादी मेँ!
इतना मत मुस्कुराना
कभी इतना मत मुस्कुराना की नजर लग जाए जमाने की, हर आँख मेरी तरह मोहब्बत की नही होती….!!!
तुमने समझा ही नहीं
तुमने समझा ही नहीं…और ना समझना चाहा, हम चाहते ही क्या थे तुमसे… तुम्हारे सिवा