बिन बुलाये आ जाता है

बिन बुलाये आ जाता है, सवाल नहीं करता, ये तेरा ख़याल भी न, मेरा ख़याल नहीं करता..

यही हुनर है

यही हुनर है उस स्याही का जो हर किसी की कलम में होती नहीं..!

हमें गुजारने को

हमें गुजारने को ज़िन्दगी थी बस एक बहाने कि जरुरत, रास्ते में लोग गम देते गये और हमारी बसर होती गयी.

मन मुताबिक़ नही चल रही

अभी हवा मन मुताबिक़ नही चल रही सच का क्या है, सहूलियत से कह देंगे…

ऐ किराये के कातिलों

ऐ किराये के कातिलों बताओ कितनी रकम लगेगी , मुझे इश्क का सर कलम चाहिए।।।

जाने कैसे उसने भुला दिये

जाने कैसे उसने भुला दिये वो पल., जिनको अपनी ज़िन्दगी कहा करता था वो….

सुलझा रही हूँ

सुलझा रही हूँ एक एक करके सारी उलझनें, जाने क्या होगा जब इश्क से सामना होगा ..!!!

तुझे भुलाने को

तुझे भुलाने को एक पल चाहिए.. वो पल जिसे मौत कहते हैं लोग….

धड़कनों को थाम कर

धड़कनों को थाम कर रखना.. क्यूकि अगर हम पास आ गये, तो तुम खुद को भुला दोगे…!!

एक ही समानता है

एक ही समानता है पतंग औऱ जिंदगी में.. ऊँचाई में हो तब तक ही वाह-वाह होती है.

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