कई लोगो से सुने थे मोहब्बत के किस्से.. खुद कर ली तो जाना ये बदनाम क्यूँ है..
Category: व्यंग्य शायरी
मेरे दिल से
मेरे दिल से खेल तो रहे हो पर जरा सम्हल के… टूटा हुआ है… कहीं लग ना जाए..
Qismat Ka Likha
Teri Qismat Ka Likha, Tujhse Koi Le Nhi Sakta..!! . . Agr Uski Rehmat Ho To, Tujhe Wo Bhi Mil Jayega, Jo Tera Ho Nhi Sakta
बदलाव किसे कहते हैं
कोई मुझसे पूछ बैठा “बदलाव किसे कहते हैं” मैं सोच मे पड गया किसकी मिसाल दूं, मौसम की या अपनो की।
हजारों में मुझे
हजारों में मुझे सिर्फ एक वो शख्स चाहिये जो मेरी गैर मौज़ूदगी में मेरी बुराई न सुन सके ।
एक रस्सी है
एक रस्सी है.. जिसका एक सिरा ख्वाहिशों ने पकड़ा है.. और दूसरा औकात ने… . . इसी खींचातानी का नाम जिंदगी है।
ZINDAGI HAIRAAN HAI
ROOH TAK HAI ULJHI ULJHI ZINDAGI HAIRAAN HAI . ..JEENA MUSKIL MARNA MUSKIL MUSKILO ME JAAN HAI
ज़ख्म भले ही
ज़ख्म भले ही अलग अलग हैं, लेकिन दर्द बराबर है । कोई फर्क़ नहीं पड़ता है, तुम सह लो या मैं सह लूँ ।
तेरे बसरने का
तेरे बसरने का आज मुझे मलाल है क्योंकि ये गरीब किसान की रोटी का सवाल है
हम दोनों का नाम
लोग आज भी हम दोनों का नाम साथ में लेते हे.. ना जाने ये “शोहरत” है या “बदनामी”