मैं कड़ी धूप में

मैं कड़ी धूप में चलता हूँ इस यकींन के साथ मैं जलूँगा तो मेरे घर में उजाले होंगे !

लहरों की ज़िद पर

लहरों की ज़िद पर क्यों अपनी शक़्ल बदल लेतीं है , दिल जैसा कुछ होता होगा शायद इन चट्टानों में।

कई आँखों में

कई आँखों में रहती है कई बांहें बदलती है, मुहब्बत भी सियासत की तरह राहें बदलती है|

गलती से भी

गलती से भी कभी ये भूल मत करना , बहुत जल्दी किसी को कबूल मत करना ॥

इन्सान इस एक कारण से…

इन्सान इस एक कारण से… अकेला हो जाता है…. अपनों को छोड़ने… की सलाह .. ग़ैरों से लेता है …

उस तस्वीर का

उस तस्वीर का एक हिस्सा खो गया मुझसे, जिस तस्वीर में उस का हाथ था मेरे हाथ में.!!

कुछ लोग मुझे

कुछ लोग मुझे अपना कहा करते थे, सच कहूँ वो सिर्फ कहाँ ही करते थे..

हमने जब कहा

हमने जब कहा नशा शराब का लाजवाब है, तो उसने अपने होठो से सारे वहम तोड़ दिए।

सफ़र ख़त्म कर देंगे

सफ़र ख़त्म कर देंगे हम तो वहीं पर, जहाँ तक तुम्हारे क़दम ले चलेंगे !!

लोगो ने कुछ दिया तो

लोगो ने कुछ दिया तो सुनाया भी बहुत कुछ… ऐ खुदा एक तेरा ही दर है जहा कभी ताना नहीं मिला..

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