भीड़ मे हर वक्त मुस्कुराते हुए चेहरे हद से ज्यादा झुठ बोलते है !!
Category: बेवफा शायरी
सबके कर्ज़े चुका दूँ
सबके कर्ज़े चुका दूँ मरने से पहले,ऐसी मेरी नीयत है… मौत से पहले तू भी बता दे ज़िंदगी,तेरी क्या कीमत है.!!!
बहुत सोचकर आज खुद से
बहुत सोचकर आज खुद से ये सवाल किया मैने… ऐसा क्या है मुझमे के लोग मुझसे वफा नही करते.!!!
हर वक़्त ख्याल उसका
हर वक़्त ख्याल उसका ऐ दिल, क्या मैं तेरा कुछ भी नहीं लगता..
कल जहाँ में था
कल जहाँ में था, आज वहाँ कोई और है। वो भी एक दौर था, ये भी एक दौर है।
सुना है हमें
सुना है हमें वो भुलाने लगे हैं… तो क्या हम उन्हें याद आने लगे हैं..
मौत बेवज़ह बदनाम है
मौत बेवज़ह बदनाम है साहब, जां तो ज़िंदगी लिया करती है|
मैंने उन तमाम परिदों के
मैंने उन तमाम परिदों के पर काट दिए… जिन को अपने अंदर उड़ते देखा था कभी
परिन्दों की फ़ितरत से
परिन्दों की फ़ितरत से आए थे वो मेरे दिल में। ज़रा पंख निकल आए तो आशियाना छोड दिया॥
तुम नाराज हो जाओ
तुम नाराज हो जाओ, रूठो या खफा हो जाओ, पर बात इतनी भी ना बिगाड़ो की जुदा हो जाओ