आज फिर मुमकिन नही कि मैं सो जाऊँ… यादें फिर बहुत आ रही हैं नींदें उड़ाने वाली
Category: बेवफा शायरी
उम्मीद न कर इस दुनिया मेँ
उम्मीद न कर इस दुनिया मेँ, किसी से हमदर्दी की..!! बड़े प्यार से जख्म देते हैँ, शिद्दत से चाहने वाले…!!
अब डर लगता है
अब डर लगता है मुझे उन लोगो से… जो कहते है, मेरा यक़ीन तो करो…!!
न दोज़ख़ से
न दोज़ख़ से,न ख़ून की लाली से डर लगता है, कौन हैं ये लोग,इनको क़व्वाली से डर लगता है।
तुम पुछते थे ना.
तुम पुछते थे ना..कितना प्यार है मुझसे… लो अब गीन लो … बूंदे बारिश की..!!!!
आंसुओं का वजन
आंसुओं का वजन तो कुछ भी नहीं होता.. मगर निकल जाने पे दिल हल्का जरूर हो जाता है…..!!!
शायरी तभी जमती है
शायरी तभी जमती है महफ़िल में जब कुछ पुराने शायर अपना नया तजुर्बा रखते है….
रोज़ आते है
रोज़ आते है बादल अब्र ए रहेमत लेकर…! मेरे शहर के आमाल उन्हे बरसने नही देते..
मोहोबत दिल में
मोहोबत दिल में दोनों के लिए यकसां है कभी हम हाथ में गीता,कभी कुरआन लेते हैं।
तेरे वादों ने हमें घर से
तेरे वादों ने हमें घर से निकलने न दिया, लोग मौसम का मज़ा ले गए बरसातों में|