जिंदगी में बेशक हर मौके का जरुर फायदा उठाओ, मगर किसी के हालात और मजबूरी का नहीं ..
Category: गरूर शायरी
किसी ने धूल क्या झोंकी आँखों में
किसी ने धूल क्या झोंकी आँखों में, . . . . . पहले से बेहतर दिखने लगा है।
दो लफ्ज उनकी तारीफ मे
दो लफ्ज उनकी तारीफ मे क्या बोल दिए मौसम ने भी आज अपना मिजाज ही बदल लिया
डर मुझे भी लगा फांसला देख कर
डर मुझे भी लगा फांसला देख कर, पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर, खुद ब खुद मेरे नज़दीक आती गई मेरी मंज़िल मेरा हौंसला देख कर.!
मेरे लहजे में जी हुजूर ना था
मेरे लहजे में जी हुजूर ना था इसके अलावा मेरा कोई कुसूर ना था अगर पलभर को भी में बे-जमीर हो जाता यकीन मानिये कब का वजीर हो जाता” !!!
जो दिखाई देता वो हमेशा सच नहीं होता
जो दिखाई देता वो हमेशा सच नहीं होता.. कही धोखे में आँखे है…कही आँखों के धोखे हैं..
बहुत अजीज़ है मुश्किल में डालने वाला
नज़र से दिल में मुहब्बत उतारने वाला.. बहुत अजीज़ है मुश्किल में डालने वाला..
हम ये भी भूल गए
घोंसला बनाने में… यूँ मशग़ूल हो गए.. उड़ने को पंख हैं… हम ये भी भूल गए…
ना किसी से ईर्ष्या
ना किसी से ईर्ष्या, ना किसी से कोई होड़, मेरी अपनी मंजीले, मेरी अपनी दौड़ !.
सुलझे-सुलझे बालों वाली लड़की से
सुलझे-सुलझे बालों वाली लड़की से कोई पूछे तो, उलझा-उलझा रहने वाला लड़का कैसा लगता है…!!!