यह आरजू नहीं कि किसी को भुलाएं हम….
न तमन्ना है कि किसी को रुलाएं हम….
जिसको जितना याद करते हैं;…
उसे भी उतना याद आयें हम…..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
यह आरजू नहीं कि किसी को भुलाएं हम….
न तमन्ना है कि किसी को रुलाएं हम….
जिसको जितना याद करते हैं;…
उसे भी उतना याद आयें हम…..