उनकी ही बज्म सही पै कहाँ का है दस्तूर

उनकी ही बज्म सही पै कहाँ का है दस्तूर.. इधर को देखना, देना उधर को पैमाने..!

यह दमकता हुआ चेहरा

“यह दमकता हुआ चेहरा, यह नशीली आंखें.. चाँदनी रात में मैखाना खुला हो जैसे..!”

चाँद का मिजाज भी तेरे जैसा हैं

चाँद का मिजाज भी तेरे जैसा हैं, जब देखने की तमन्ना हो तो नजर ही नही आता….!!

नाज है हमें अपने प्यार पर

नाज है हमें अपने प्यार पर , ना वो बेवफा और ना मै बेवफा, बस माँ बाप के फर्ज ने हमें जुदा करदिया..!!

चलते चलते यही सोचता हुँ

चलते चलते यही सोचता हुँ, किधर चलू, कि जहाँ तुम मुझे मिल जाओ,

હમેશા હસતા વ્યક્તિ નું ખિસ્સું પણ

હમેશા હસતા વ્યક્તિ નું ખિસ્સું પણ કોઈ દિવસ તપાસ જો કદાચ એમાં થી પણ રૂમાલ ભીના મળે !!

Exit mobile version