कितना अच्छा लगता है, ये सुनना जब कोई व्यस्त होने पर भी ये बोले, आप से ज़्यादा ज़रूरी नहीँ है
Tag: WhatsApp
यादों की किम्मत
यादों की किम्मत वो क्या जाने, जो ख़ुद यादों के मिटा दिए करते हैं, यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो, यादों के सहारे जिया करते हैं.
बरबाद कर देती है
बरबाद कर देती है मोहब्बत हर मोहब्बत करने वाले को क्यूकि इश्क़ हार नही मानता और दिल बात नही मानता..!!
इतने चेहरे थे
इतने चेहरे थे उसके चेहरे पर, आईना तंग आ के टूट गया…..
मैं शिकायत क्यों करूँ
मैं शिकायत क्यों करूँ, ये तो क़िस्मत की बात है..!! तेरी सोच में भी मैं नहीं, मुझे लफ्ज़ लफ्ज़ तू याद हैं.
मेरी आवारगी में
मेरी आवारगी में कुछ क़सूर अब तुम्हारा भी है, जब तुम्हारी याद आती है तो घर अच्छा नहीं लगता।
कागज पे तो
कागज पे तो अदालत चलती है, हमें तो तेरी आँखो के फैसले मंजूर है..!!
वक़्त बदला तो
वक़्त बदला तो बदल गये वो लोग, जो महफ़िलो में सबसे अज़ीज़ आशना थे.!!
है हमसफर मेरा तू..
है हमसफर मेरा तू.. अब…मंझिल-ऐ-जुस्तजू क्या…?? खुद ही कायनात हूँ… अब….अरमान-ऐ-अंजुमन क्या…
दर्द छुपाना भी
दर्द छुपाना भी एक हुनर है, वरना नमक तो हर मुठी में है..!!