ये चांद की आवारगी भी यूंही नहीं है, कोई है जो इसे दिनभर जला कर गया है..
Tag: Pyari Shayari
आज़ाद कर दिया
आज़ाद कर दिया हमने भी उस पंछी को, जो हमारी दिल की कैद में रहने को तोहीन समजता था ..
कल बड़ा शोर था
कल बड़ा शोर था मयखाने में, बहस छिड़ी थी जाम कौन सा बेहतरीन है, हमने तेरे होठों का ज़िक्र किया, और बहस खतम हुयी..
चिँगारियोँ को हवा दे
चिँगारियोँ को हवा दे कर हम दामन नहीँ जलाते, बुलंद इरादे हमारे पूरे शहर मेँ आग लगाते हैँ..
ज़िन्दगी के मायने
ज़िन्दगी के मायने तो याद तुमको रह जायेंगे , अपनी कामयाबी में कुछ कमी भी रहने दो..
चुना था बाग से
चुना था बाग से सब से हसीं फूल समझ कर तुझे…. मालूम न था तेरा खरीदार कोई और होगा
तकदीर ने यह कहकर
तकदीर ने यह कहकर बङी तसल्ली दी है मुझे कि.. वो लोग तेरे काबिल ही नहीं थे, जिन्हें मैंने दूर किया है..
आजाद कर देंगे
आजाद कर देंगे तुम्हे अपनी चाहत की कैद से, मगर, वो शख्स तो लाओ जो हमसे ज्यादा कदर करे तुम्हारी..
लिखा जो ख़त हमने
लिखा जो ख़त हमने वफ़ा के पत्ते पर, डाकिया भी मर गया शहर ढूंढते ढूंढते..
वो रोई तो जरूर
वो रोई तो जरूर होगी खाली कागज़ देखकर, ज़िन्दगी कैसी बीत रही है पूछा था उसने ख़त में..