जितना चाहे रूला ले

जितना चाहे रूला ले मुझको तूँ ऐ जिन्दगी.. हंसकर गुजार दूँगा तुझको, ये मेरी भी जिद्द है…!!

बुजदिलो के हाथो में

बुलबुल के परो में बाज नहीं होते ,, कमजोर और बुजदिलो के हाथो में राज नहीं होते,, जिन्हें पड़ जाती है झुक कर चलने की आदत,, दोस्तों उन “सिरों” पर कभी “ताज” नहीं होते।

घर की आग भी

घर की आग भी कितनी समझदार होती है….. हमेशा बहु को लगती है बेटी को नहीं…

कुछ पल के लिए

कुछ पल के लिए ही अपनी गोद में सुला लो ए जान, आँख खुले तो उठा देना और ना खुले तो दफना देना…॥

जिंदगी ने मेरे

जिंदगी ने मेरे मर्ज का एक बेहतरीन ईलाज बताया, वक्त को दवा और ख्वाहिशों को परहेज बताया…॥

Kafi hud tak

Kafi hud tak Kamyab ho gye the Tujhe bhulane Me …. Ek zara si barish ne Phir wahin lakar Chod diya…

बड़ा शोर करती है

शोहरत बेशक चुपचाप गुजर जाये बदनामी कमबख्त बड़ा शोर करती है

बहुत भीड थी

बहुत भीड थी  उनके दिल मे दोस्तो, हम खुद ना निकलते तो निकाल दिए जाते…!!!

Wo Kitna Meharban Tha

Wo Kitna Meharban Tha, Ke Hazaron Ghum De Gaya, Hum Kitne Khud Gharz Nikle, Kuch Na De Sakay Pyar Ke Siwa…

Jaha Diwaro me

Jaha Diwaro me Darar Par Jaati Waha Diwar Gir Jati Hai. Aur Jaha Rishto Me Darar Par Jaati He Waha Diwar Khari Ho Jati Hai.

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