ना कर सपने मेरे पूरे

ना कर सपने मेरे पूरे , बस इतना काम करदे तू …. जो मेरे दिल में रहता है , मेरे नाम करदे तू ….!!!

दुआ कोन सी

दुआ कोन सी थी हमें याद नहीं, बस इतना याद है दो हथेलियाँ जुड़ी थी एक तेरी थी एक मेरी थी..

क्या खबर तुमने

क्या खबर तुमने कहाँ किस रूप में देखा मुझे, मै कहीं पत्थर,कहीं मिट्टी और कहीं आईना था..

महफ़िल में हँसना

महफ़िल में हँसना हमारा मिजाज बन गया, तन्हाई में रोना एक राज बन गया, दिल के दर्द को चेहरे से जाहिर न होने दिया, बस यही जिंदगी जीने का अंदाज बन गया।

कभी सोचता हूँ

कभी सोचता हूँ की सारे हिसाब चुकता कर आउ, लेकिन फिर ख्याल आता है कि आसुओ की कीमत लाख गुना अधिक होती है..

‬ये इंतिज़ार सहर का था

‬ये इंतिज़ार सहर का था या तुम्हारा था, दिया जलाया भी मैंने दिया बुझाया भी मैंने…

बहुत अजीब हैं

बहुत अजीब हैं ये बंदिशें मुहब्बत की, न उसने क़ैद में रखा न हम फ़रार हुए।

तुमने तो ठुकरा दिया

तुमने तो ठुकरा दिया हाल-ए-गरीबी देखकर पर हम तो आज भी अनमोल हैं वफ़ा के बाजार में..!!!

हम तुझ से

हम तुझ से किस हवस की फ़लक जुस्तुजू करें; दिल ही नहीं रहा है कि कुछ आरज़ू करें|

फिर उसी की तमन्ना

फिर उसी की तमन्ना, ऐ दिल,तुझे इज़्ज़त रास नहीं…?? मुझ से हर बार नज़रें चुरा लेती है वो, मैंने कागज़ पर भी बना के देखी है आँखे उसकी !!

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