उस के सिवाय

उस के सिवाय किसी और को चाहना मेरे बस मैं है ही नही, ये दिल उसका है, अपना होता तो बात और थी.|

दिल के एहसास की है

बात सिर्फ दिल के एहसास की है, वरना कई रिश्ते बिना मिले ही, पूरी उमर गुजार देते है।

तेरे एहसासों की

तेरे एहसासों की धूप में सुखा लिए मैंने गीले गेशू अपने , पर तुम न संजो पाए मेरे हसीन ख्वाबों को आंखों में अपने !!

वक्त नूर को

वक्त नूर को बेनूर बना देता है छोटे से जख्म को नासूर बना देता है कौन चाहता है अपनों से दुर रहना पर वक्त सबको मजबूर बना देता है॥

दुश्मन भी दुआ देते हैं

दुश्मन भी दुआ देते हैं मेरी फितरत ऐसी है दोस्त भी दगा देते हैं मेरी किस्मत ऐसी है |

तस्वीर बना कर

तस्वीर बना कर उसकी आस्मां पे टांग आया हूँ… और लोग पूछते हैं आज चाँद इतना बेदाग़ कैसे है ।

लहराती जुल्फें

लहराती जुल्फें,कजरारे नयन,और ये रसीले होंठ… बस कत्ल बाकी है,औज़ार तो सब पूरे हैं…

बदनाम ना कर

शायर कहकर बदनाम ना कर, मैं तो, रोज़ शाम को दिन भर का ‘हिसाब’ लिखता हूँ !

इतनी वफ़ादारी न कर

इतनी वफ़ादारी न कर किसी से यूँ मदहोश होकर….. ये दुनियाँ वाले….. एक ख़ता के बदले ….सारी वफाएँ भुला देते है…..

हुये है सजदे

हुये है सजदे मुकम्मल सब मेरे आकर तेरी पनाहों में… तेरी मर्जी तू कर शामिल मुझको , दुआओ में या गुनाहो में….

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