हम कितने दिन जिए ये जरुरी नहीं हम उन दिनों में कितना जिए ये जरुरी है|
Tag: Hindi Shayri
अदब का दरवाज़ा
अदब का दरवाज़ा इतना छोटा और तंग होता है कि… उसमें दाखिल होने से पहले सर को झुकाना पड़ता है…
इस दुनिया में
इस दुनिया में यूँ तो कसमें बहोत लोग खाते है, सिर्फ कुछ लोग ही दिल-ओ-जान से निभाते है !!
नशा सामने लाकर रख दिया
उसने हर नशा सामने लाकर रख दिया और कहा… सबसे बुरी लत कौन सी है, मैंने कहा तेरे प्यार की |
हम चुप है
हम चुप है तो हमें चुप ही रहने दो..!! हम जिद पर आ गए तो जमाने से छीन लेंगे तुम्हें….!!!!
मज़ा आता अगर
मज़ा आता अगर गुजरी हुई बातों का अफ्साना, कहीं से तुम बयां करते, कहीं से हम बयां करते।।
भरोसे पे ही जिंदगी
भरोसे पे ही जिंदगी टीकी है, वरना कौन कहता की फ़िर मिलेंगे !!
मय को मेरे सुरूर से
मय को मेरे सुरूर से हासिल सुरूर था, मैं था नशे में चूर नशा मुझ में चूर था…
ज़रा सी उम्र में
ज़रा सी उम्र में किस किस का हल तलाश करें, खड़े हैं रास्ता रोके हुए हज़ार सवाल…
इश्क़ की दुनिया में
इश्क़ की दुनिया में क्या क्या हम को सौग़ातें मिलीं, सूनी सुब्हें रोती शामें जागती रातें मिली…