लंबी बातों से मुझे कोई मतलब नहीं है,मुझको तो उनका जी कहना भी कमाल लगता है|
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कोई नही आएगा
कोई नही आएगा मेरी जिदंगी मे तुम्हारे सिवा, एक मौत ही है जिसका मैं वादा नही करता…….. ।।
सस्ता सा कोई
सस्ता सा कोई इलाज़ बता दो इस मोह्ब्बत का ..! एक गरीब इश्क़ कर बैठा है इस महंगाई के दौर मैं….
लोग कहते हैं..
लोग कहते हैं… नफ़रत ख़राब चीज़ है..! तो मोहब्बत ने कौनसा झूला झुलाया है मुझे..!!
तेरी चाहत में
तेरी चाहत में रुसवा यूं सरे बाज़ार हो गये, हमने ही दिल खोया…और हम ही गुनाहगार हो गये।
किश्तों में खुदकुशी
किश्तों में खुदकुशी कर रही है ये जिन्दगी… इंतज़ार तेरा…मुझे पूरा मरने भी नहीं देता ।
क्या पूछता है
क्या पूछता है हम से तू ऐ शोख़ सितमगर, जो तू ने किए हम पे सितम कह नहीं सकते…
बहुत बदल गया हूँ
क्या है जो बदल गई है दुनिया मैं भी तो बहुत बदल गया हूँ|
ना हुस्न ढला है
ना हुस्न ढला है ना इश्क़ बिका है लोगो का बस थोड़ा जमीर गिरा है|
वो जो अँधेरो में
वो जो अँधेरो में भी नज़र आए ऐसा साया बनो किसी का तुम!