दिल मेरा उसने ये कहकर वापस कर दिया… दुसरा दिजीए… ये तो टुटा हुआ है….!!
Tag: व्यंग्य शायरी
मेरी फितरत नही बदल सकते
हजार गम मेरी फितरत नही बदल सकते क्या करू मुझे आदत हे मुस्कुराने की ।
कितनी झूठी होती है
कितनी झूठी होती है मोहब्बत की कस्मे, देखो तुम भी ज़िंदा हो और में भी…..!!
अजब तमाशा है
अजब तमाशा है मिट्टी से बने लोगो का , बेवफाई करो तो रोते हे अगर वफा करो तो रुलाते हे !
हमारे पागलपन से प्यार है
अगर हम सुधर गए तो उनका क्या होगा जिनको हमारे पागलपन से प्यार है|
मोहब्ब्त नही होती
ज़िस्म छूने से मोहब्ब्त नही होती, ये वो ज़ज़्बा है जिसे ईमान कहते हैं
हसरतें ना यूँ पाल
हसरतें ना यूँ पाल कर रखिये.. जो मिला है उसे संभाल कर रखिये।
वह सच्चा साहसी है जो
वह सच्चा साहसी है जो कभी भी निराश नहीं होता|
दिल के जज्बातों की
दिल के जज्बातों की, हिफाजत करें भी तो कैसे…?? महफूज तो धड़कन भी नहीं होती सीने में….!!
जीने के लिए
जीने के लिए तो एक पल ही काफी है, बशर्ते आपने उसे किस तरह जिया