ये दुनिया वाले एक ख़ता के बदले

ये दुनिया वाले एक ख़ता के बदले, सारी वफ़ाएँ भुला देते हैं ….

इतनी वफादारी न कर किसी से

इतनी वफादारी न कर किसी से, यूँ मदहोश हो कर …

क्यूँ भटकते हो सरे राह बारिश का लुत्फ़ लेने

क्यूँ भटकते हो सरे राह बारिश का लुत्फ़ लेने को, कभी मेरी आँखों में ठहर के देखो ये बेइंतहा बरसती हैं…!!!

ये सिर्फ मेरा है

हमने लिया सिर्फ होंठों से जो तेरा नाम.. दिल होंठो से उलझ पड़ा कि ये सिर्फ मेरा है !!

फिक्र तब होती है जब

जुबाँ न भी बोले तो, मुश्किल नहीं… फिक्र तब होती है जब… खामोशी भी बोलना छोड़ दें…।।

कुछ अजीब सा रिश्ता है उसके

कुछ अजीब सा रिश्ता है उसके और मेरे दरमियाँ, ना नफरत की वजह मिल रही है, ना मोहब्बत का सिला…!!!

बरसों बाद इक ख़त आज आया है

बरसों बाद इक ख़त आज आया है, तुम्हे याद आई है या गलत पते पे आया है…!!!

होंगी कुछ उनकी भी मजबूरियाँ

होंगी कुछ उनकी भी मजबूरियाँ, यूंही कोई हमेशा ऑफलाइन नहीं होता…!!!

तुम याद भी आते हो तो चुप रहता हूं

तुम याद भी आते हो तो चुप रहता हूं, कि आंखो को खबर हुई तो बरस जायेगीं…..!!

जुलाई की गर्मी तो हम सह लेगें मेरी जान

जुलाई की गर्मी तो हम सह लेगें मेरी जान, मार डालेगा मगर हमें तेरे लहज़े का गर्म होना…!!!

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